सरकार ने पशुपालकों को सहायता देने के लिए 2025 में पशुपालन लोन योजना को और बेहतर बनाया है। इस योजना के तहत गाय, भैंस जैसे दुधारू पशु खरीदने के लिए आसान शर्तों पर लोन मिलता है। अगर आप डेयरी फार्म शुरू करना चाहते हैं या अपने मौजूदा पशुधन को बढ़ाना चाहते हैं तो यह योजना आपके लिए बहुत उपयोगी है।
इस लोन के लिए आवेदन करने के लिए आपकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए और अधिकतम 65 साल होनी चाहिए। आपके पास आधार कार्ड, पैन कार्ड और स्थायी पता होना जरूरी है। अगर आपके पास पहले से कोई लोन चल रहा है तो भी आप आवेदन कर सकते हैं, बस आपका क्रेडिट स्कोर 650 से अधिक होना चाहिए।
पशुपालन लोन योजना 2025
इस योजना के तहत आप 50,000 रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं। लोन की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने पशु खरीदना चाहते हैं और आपका व्यवसाय किस स्तर का है। लोन पर ब्याज दर बहुत कम है जो 4% से शुरू होती है और अधिकतम 7% तक जाती है।
लोन लेने की प्रक्रिया काफी सरल है। सबसे पहले आपको अपने नजदीकी सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक या NABARD से संबद्ध किसी वित्तीय संस्थान में संपर्क करना होगा। वहां आपको पशुपालन लोन योजना का आवेदन पत्र भरना होगा और साथ में अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।
जरूरी दस्तावेज
जरूरी दस्तावेजों में आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाते की पासबुक और पशु खरीदने का अनुमानित बजट शामिल है। अगर आपके पास पहले से पशुधन है तो उसका भी प्रमाण पत्र देना होगा। बैंक आपके आवेदन की जांच करेगा और अगर सब कुछ ठीक रहा तो 10 से 15 दिनों के अंदर लोन मंजूर हो जाएगा।
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको पहले साल कोई किस्त नहीं भरनी पड़ती। पहली किस्त दूसरे साल से शुरू होती है जिससे आपको अपने व्यवसाय को स्थापित करने का पर्याप्त समय मिल जाता है। लोन चुकाने की अवधि 3 से 5 साल तक की होती है और कुछ मामलों में इसे 7 साल तक बढ़ाया भी जा सकता है।
25% तक की सब्सिडी
सरकार ने इस योजना के तहत विशेष छूट भी दी है। अनुसूचित जाति/जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोगों को लोन राशि पर 25% तक की सब्सिडी मिल सकती है। महिला उद्यमियों को भी 0.5% की अतिरिक्त ब्याज छूट मिलती है। इसके अलावा सरकार ने पशु चिकित्सा सुविधाओं पर भी सब्सिडी दी है।
बीमा प्रीमियम पर 50% तक की सब्सिडी
अगर आप 5 लाख रुपये से अधिक का लोन लेते हैं तो आपको पशुओं का बीमा करवाना अनिवार्य है। बीमा प्रीमियम पर सरकार 50% तक की सब्सिडी देती है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने और दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए बहुत उपयोगी है। अगर आप भी पशुपालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं।