आधार-पैन से मिलेगा फटाफट लोन! 5 मिनट में होगा अप्रूवल, 2 लाख तक की रकम

 युवाओं और छोटे कारोबारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब सिर्फ आधार कार्ड और पैन कार्ड की मदद से कुछ ही मिनटों में 5 हजार से 2 लाख रुपये तक का लोन पाया जा सकता है। यह सुविधा देशभर में उपलब्ध है लेकिन राजस्थान के ग्रामीण और शहरी इलाकों में इसका खासा फायदा मिल रहा है। डिजिटल इंडिया के इस दौर में अब लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने या ढेर सारे दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं है।

मोबाइल बैंकिंग और डिजिटल लोन प्लेटफॉर्म्स की बदौलत अब लोन प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है। अजमेर के रहने वाले राहुल शर्मा ने बताया कि उन्होंने सिर्फ आधार और पैन कार्ड डिटेल्स डालकर 50 हजार रुपये का लोन पाया। पैसा उनके बैंक खाते में 7 मिनट के अंदर आ गया। यह प्रक्रिया इतनी सरल है कि कोई भी स्मार्टफोन यूजर आसानी से लोन के लिए आवेदन कर सकता है। लोन देने वाली कंपनियां अब आधार से जुड़े मोबाइल नंबर और बायोमेट्रिक सत्यापन के जरिए व्यक्ति की पहचान कर लेती हैं।

लोन पाने के लिए सबसे पहले किसी विश्वसनीय डिजिटल लोन ऐप को डाउनलोड करना होगा। इन ऐप्स में आधार कार्ड नंबर और पैन कार्ड डिटेल्स डालनी होती हैं। इसके बाद ओटीपी के जरिए सत्यापन होता है। कुछ मामलों में बायोमेट्रिक सत्यापन की भी जरूरत पड़ सकती है। एक बार सत्यापन हो जाने के बाद ऋणदाता कंपनी बैंक खाते की जानकारी मांगती है। अगर आवेदक का क्रेडिट स्कोर 650 से अधिक है और बैंक खाते में नियमित लेनदेन होता है तो लोन तुरंत मंजूर हो जाता है।

राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में इस सुविधा का लाभ उठाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जोधपुर के एक छोटे दुकानदार मोहन लाल ने बताया कि उन्होंने बिना किसी गारंटर के 1 लाख रुपये का लोन पाया। उनका कहना है कि पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली में इतना आसान लोन मिलना संभव नहीं था। डिजिटल लोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें न तो जमानत की जरूरत होती है और न ही ढेर सारे दस्तावेजों की।

हालांकि विशेषज्ञों की सलाह है कि डिजिटल लोन लेते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। किसी भी ऐप या वेबसाइट को अग्रिम शुल्क नहीं देना चाहिए। वैध ऋणदाता कभी भी लोन मंजूर होने से पहले पैसे नहीं मांगते। लोन की ब्याज दरें भी पहले अच्छी तरह जांच लेनी चाहिए क्योंकि कुछ ऐप्स में यह 2-3 प्रतिशत प्रति माह तक हो सकती हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि लोन की किश्तों का भुगतान समय पर करना चाहिए नहीं तो क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है।

सरकार की मुद्रा योजना और स्टैंड अप इंडिया जैसी पहलों ने भी छोटे उद्यमियों के लिए लोन प्रक्रिया को आसान बनाया है। इन योजनाओं में आधार कार्ड प्रमुख दस्तावेज के रूप में काम करता है। राजस्थान सरकार की ओर से भी ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए विशेष ऋण योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनमें आधार कार्ड ही मुख्य पहचान प्रमाण है।

डिजिटल लोन की इस सुविधा ने विशेष रूप से युवाओं और छोटे व्यवसायियों की मदद की है। जयपुर के एक युवा उद्यमी विजय पाल ने बताया कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन से ही 75 हजार रुपये का लोन लिया था जिससे उन्होंने अपना छोटा सा कारोबार शुरू किया। उनका कहना है कि पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली में इतनी तेजी से लोन मिल पाना संभव नहीं था।

वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार डिजिटल लोन का चलन आने वाले समय में और बढ़ेगा। तकनीक के विकास के साथ अब लोन प्रक्रिया पूरी तरह से पेपरलेस हो गई है। आधार कार्ड और पैन कार्ड के डिजिटल सत्यापन ने इस प्रक्रिया को और भी सरल बना दिया है। हालांकि यह सलाह दी जाती है कि केवल आरबीआई द्वारा मान्यता प्राप्त ऋणदाताओं से ही लोन लेना चाहिए।

राजस्थान के दूरदराज के इलाकों में भी डिजिटल लोन की सुविधा पहुंच रही है। सरकार की डिजिटल इंडिया पहल और जन धन योजना ने ग्रामीण आबादी को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ा है। अब गांवों में भी लोग मोबाइल बैंकिंग और डिजिटल लोन का लाभ उठा रहे हैं। इससे न केवल लोगों को वित्तीय सहायता मिल रही है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।

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